अनुक्रमिका
1.परिचय
2. शीर्षक
3. मनुष्य देह का कार्य
4. मनुष्य का जीवन कार्य
5. मनुष्य का जीवन व्यवहार
✓ समय ओर पैसा कमाना
✓ बर्ताव ओर रहन सहन
6.मनुष्य जीवन में कोन केसा होना चाहिए
✓पिता केसा होना चाहिए
✓माता केसी होनी चाहिए
✓संतान केसा होना चाहिए
✓पति केसा होना चाहिए
✓पत्नी किसी होनी चाहिए
7.मनुष्य जीवन का कर्तव्य, उद्देश्य ओर लक्ष्य
8. मनुष्य जीवन में कर्मयोग
9.पाप ओर पुण्य
10. मनुष्य जीवन में भक्ति योग
✓ सच्ची भक्ति
11. मनुष्य जीवन में ज्ञान योग
12.मनुष्य जीवन का धर्म
13. आत्मा का रहस्य
14. परमात्मा कोन है केसा ओर कहा
15. मनुष्य आत्मा का मुक्ति योग
16. क्षमा याचना :
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1.परिचय
ओझरिया महेश
( अनमोल विचार)
ईश्वरीय ज्ञान/डेविन नॉलेज
नमस्ते, मित्रो मेरा नाम ओझरिया महेश और हमे ज्ञान को आगे प्रकाशित करना बेहद पसंद है। ज्ञान को अपने आप में दबाने से अच्छा है। कि, हम दूसरों को ज्ञान अर्पित करे। हमे ज्ञान को पाना , बढ़ना , लखना , ज्ञान बटना ,सेवा करना , दूसरों को खुश रखना , सभी के साथ रहना पसंद है। आप जानते है कि, यदि हम अपना जीवन समर्पित करते है। हमारे जीवन में ना सुख नाही दुःख का कारण होता है। हमे अपने जीवन में सभी के साथ प्रेम से रहना पसंद है।
2.शीर्षक
देविन नॉलेज/ ईश्वरीय ज्ञान एक छोटा सा प्रयास करते है। कि, आप सभी को ज्ञान का प्रकाश हो । इस माध्यम से आप को ज्ञान प्रदान होगा। आप सभी को ज्ञान का प्रकाश मिलेगा। सत्य और धर्म का पालन होगा। मनुष्य जीवन का सार आप जान सकते है। मैने इस डेविन ज्ञान में मनुष्य के जीवनकार्य और कर्तव्य को उल्लेख में बात की है। मनुष्य जीवन काल में सार्थक जीवन पा सकता है।
जीवन की सही ध्येह, उद्देश्य, लक्ष्य और देवी कार्य को समझे । सत्य को जानने की कोशिश करें। मिथ्या जीवन से मुक्त करे । मेरा उद्देश्य है कि, आप को सत्य का ज्ञान ही।
मनुष्य की जीवन में सभी को देवी कार्य का ज्ञान प्रदान करना चाहता हूं। मनुष्य को सही दिशा प्राप्त हो। मनुष्य को जन्म से मुत्यू तक का ज्ञान प्रदान होगा । आत्मा और परमात्मा का ज्ञान प्रदान होगा। ब्रह्म ज्ञान , कर्मयोग , ज्ञानयोग , भक्तियोग ज्ञान प्रदान होगा। जीवन में सत्य का पालन हो। धर्म का पालन हो।


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